अल्सर है तो बचें इन चीजों से
By: Team Aapkisaheli | Posted: 18 Dec, 2017
ऎसा माना जाता था कि पेट के घाव (अल्सर) मुख्यत: तनाव एवं गलत खाद्य पदार्थो के सेवन से होते हैं लेकिन अब ये धारणा बदल गई है। हकीकत में पेट में घाव होने के मुख्य कारण हेलिकोबेक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया होते हैं। जो लोग पेट के अल्सर के शिकार होते हैं, डॉक्टर उन्हें एंटीबायोटिक दवाएं, एंटा एसिड्स और एसिड ब्लॉकर्स देते हैं। लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ ऎसे होते हैं जो दवाओं के प्रभाव को कम करके घाव की तीव्रता को बढाते हैं।
गर्म मसाले
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गर्म मसालों की तीव्रता पेट के अल्सर को जल्दी ठीक होने नहीं देते अल्सर की समस्या को और बढाते हैं। अत: जब तक अल्सर पूरी तरह से ठीक न हो जाए, गर्म मसाले से परहेज करें। हरी मिर्च या लाल मिर्च का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें।
कैफीन अथवा कॉफी
कैफीन चाय, कॉफी, चॉकलेट, कोला, शीतल पेय, और अन्य कार्बोनेटेड शीतल पेय जैसे पेय और खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इसलिए यदि आपको अल्सर की जरा भी शिकायत है तो इन पेय या खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें। कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों का उपभोग करने से पेट में एसिड (अम्ल) के उत्पादन में बढोतरी होने लगती है जिसके कारण आपकी समस्या बढती है। पेट में अम्ल की बढोतरी होने से आपके पेट का घाव उत्तेजित होता है और पेट दर्द या अन्य तकलीफों में बढोतरी होने लगती है।
दूध
पहले के जमाने में अकेले दूध को अल्सर से राहत पाने के लिए एंटा एसिड्स की तरह सेवन किया जाता था। लेकिन ऎसा देखा जाता था कि शुरूआत में अल्सर के रोगियों को इस उपाय से अस्थाई राहत तो मिल जाती थी लेकिन बाद में दूध पीने से अल्सर के लक्षण बढने लगते थे। फिर ये तथ्य सामने आया कि दूध पेट में एसिड के स्त्राव को बढावा देता है, जो अल्सर के साथ जुडे जलन और दर्द को बढावा देते हैं। इसलिए जब तक डॉक्टर दूध पीने की सलाह न दें, अल्सर के रोगियों को दूध पीने से परहेज करना चाहिए।
पशुओं का मांस (मीट)
पशुओं के मांस में प्रोटीन, एसिड उच्च मात्रा में होते हैं। इसे पचाने के लिए आपके पाचन तन्त्र को काफी काम करना पडता है जिसकी वजह से काफी मात्रा में अम्ल का स्त्राव होता है। जिससे आपके पेट में तकलीफ और बढती है। इसलिए अगर आप मांस खाने के शौकीन हैं तो इसे तब तक न खाएं जब तक आपका अल्सर पूरी तरह से ठीक न हो जाए।
अम्लीय खाद्य पदार्थ
अल्सर के मरीज का पाचन तंत्र क्षतिग्रस्त हो जाता है। पाचन तंत्र के क्षतिग्रस्त क्षेत्र में एसिड प्रवेश करने लगता है जिसकी वजह से अक्सर पेट में जलन, दर्द इत्यादि की शिकायत बढने लगती है। खट्टे फ ल जैसे टमाटर, संतरा, टमाटर का रस, नींबू के रस, नींबू, अनन्नास, जेली और जैम अम्लीय खाद्य पदार्थों के उदाहरण हैं। आम दिनों में या आम लोगों को ये खाद्य पदार्थ बहुत हीं फायदा पहुंचाते हैं लेकिन अगर आप अल्सर के मरीज हैं तो इनका सेवन आपके लिए उचित नहीं है।
शराब
शराब अल्सर की समस्या को बहुत उग्र रूप देने का कार्य करता है अत: अल्सर के मरीजों को शराब के सेवन से दूर रहना चाहिए।
ध्यान रखें
अल्सर के मरीजों को ज्यादा देर खाली पेट नहीं रहना चाहिए क्योंकि इससे अम्ल का स्त्राव बढता है जो आपकी तकलीफ को बढाता है।
सलाह
अल्सर के मरीजों को जितना ज्यादा हो सके पानी पीना चाहिए और ताजे मटे का सेवन करना चाहिए।