माहे-ए-रमजान:इबादत और नेकियों का महीना
By: Team Aapkisaheli | Posted: 12 Jun, 2016
अगर इस महीने
में हम अपनी जरूरतों और ख्वाहिशों को कुछ कम कर लें औरयही रकम जरूरतमंदों
को दें तो यह हमारे लिए बेहत अज्र और सिले का बाइस होगा। क्योंकि इस महीने
मेंक की गई नेकी का अज्र कई गुना बढाकर अल्लाह की तरफ से अता होता है।