धन्यवाद कहने के लाभ ही लाभ
By: Team Aapkisaheli | Posted: 06 Aug, 2017
व्यवहारिकता के धरातल पर ऐसी सोच सही है, लेकिन मानवता के दृष्टिकोण से
सोचा जाए तो पारिश्रमिक तो आपने उसके काम का दिया, लेकिन निष्ठा का मोल क्या
पैसे से चुकाया जा सकता है! रिश्तेदार और दोस्त तो बाद में पहुंचते हैं,
बुरे वक्त में सिर्फ सेवक ही काम आते हैं।
#ब्लैक हैड्स को दूर करने के लिए घरेलू टिप्स