लगातार थकान बीमारी का संकेत तो नहीं
By: Team Aapkisaheli | Posted: 24 Jan, 2014
थायरॉयड
मिडिल एज में खासतौर पर लो-थायरॉयड की समस्या ज्यादा होती है। थायरॉयड ग्लैंड टी4 और टी 3 जैसे हॉर्मोन बनाती है और मिड एज में यह प्रक्रिया धीमी हो जाती है। चूंकी अन्य प्रक्रियाएं भी धीमी हो जाती हैं, इसलिए इस उम्र में वजन बढने, कब्ज, त्वचा में रूखापन और बाल झडने जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
ये टेस्ट कराएं- थायरॉयड प्रोफाइल टी3, टी4, टीएसएच , थायरॉयड एंटीबॉडी, थायरॉयड स्कैन कराएं। टीएसएच थायरॉयड को बढाने वाला हॉर्मोन है। हाई टीएसएच और लो टी 4 का अर्थ है- क्रॉनिक हाइपोथायरॉयड । अगर टीएसएच हाई है और टी4 नॉर्मल, तब भी हाइपोथायरॉयड हो सकता है।