By: Team Aapkisaheli | Posted: 18 Apr, 2013
लडकियाँ कितनी भी मॉडर्न क्यों ना हो गई हों शुरू में अभी भी झिझकती हैं पर ग्रुप में यह संकोच खत्म हो जाता है। सभी घन्टे दो घन्टे में इतना घुलमिल जाते हैं कि लगता है जैसे सालों से एकदूसरे को जानते हैं। हंसीमजाक, जोक्स, गाने वगैरह का दौर भी चलता है। और यही हम चाहते हैं कि एकदूसरे को एकांज के अलावा समूह में भी समझें, जिसमें में पार्टनर की खूबियों और कमियाँ खुलकर सामने आ जाती है।