शादी के बाद होने वाले बदलावों से डरें नहीं
By: Team Aapkisaheli | Posted: 12 Sep, 2013
विवाह दो लोगों का एक-दूसरे के प्रति पूर्ण समर्पण है इसलिए उसका उद्देश्य आपसी सुधार की गुंजाइश पैदा करना होना चाहिए। एक गहन अध्ययन में ये सामने आया कि पति और पत्नी एक दूसरे के छिपे हुए गुणों को पहचानते हैं और फिर उन का विकास करते हैं। मजबूत वैवाहिक जीवन के लिए मिल कर सुधार करना जरूरी है। अन्य विवाह विशेषज्ञ भी इस बात से सहमत हैं। विवाह का सबसे पहला लक्ष्य सुधार और विकास होना चाहिए। व्यक्तिगत तौर पर भी और मिल कर एक जोडें के रूप में भी। अपने जीवनसाथी को सुधारने का अर्थ ये बिल्कुल नही है कि आप अपने साथी पर अपनी मर्जी थोपने की कोशिश करें। बल्कि इसका उद्देश्य है एक व्यक्ति को बेहतर बनाना। उसके छिपे गुणों को उजागर करने में मदद करना। लेकिन ये उम्मीद नहीं की जानी चाहिए कि आप के साथी में पूर्ण परिवर्तन आ जाएगा। कुछ चीजों को बदलना असंभव होता है। आइए जानते हैं कि आप कैसे अपने साथी मे कारगर सुधार ले सकते हैं—