5 of 5 parts

टीनएजर से ना हो मनमुटाव

By: Team Aapkisaheli | Posted: 25 Apr, 2014

टीनएजर से ना हो मनमुटाव
टीनएजर से ना हो मनमुटाव
अक्सर मांएं कहती हैं कि पेरेंट होने के नाते मैं उनकी कई बातों को नजरअंदाज तक कर देती हूं, लेकिन आखिर क्या-क्या नजरअंदाज करूं। खाने के लिए टोकते हुए मुझे गुस्सा आ जाता है, उसके बाद तो गृह युद्ध तय है।
टीनएजर से ना हो मनमुटाव Previous
Whatever the issue is, chances are that your teen is beginning to believe that they are grown up enough to make their own rules and live life according to their own choices

Mixed Bag

Ifairer