बरसात के मौसम में अंकुरित अनाज खाने से होती है सेहत खराब
By: Team Aapkisaheli | Posted: 01 Aug, 2022
शारीरिक व्यायाम शिक्षकों का कहना है कि प्रात: नाश्ते में अंकुरित अनाज
खाना चाहिए, क्योंकि यह सेहत के लिए फायदेमंद है। नियमित रूप से अंकुरित
अनाज का सेवन करने से सेहत और खूबसूरती दोनों को निखार मिलता है। वैसे तो
अंकुरित अनाज को आप किसी भी मौसम में खा सकते हैं खाद्य विशेषज्ञों
(डाइटीशियन) का कहना है कि बरसात के मौमस में अंकुरित अनाज खाना स्वास्थ्य
के लिए हानिकारक होता है। बारिश के मौसम में अंकुरित अनाज खाना बीमारियों
को बुलावा देना है।
खाद्य विशेषज्ञ (अमीर वर्ग इनके बताए अनुसार ही
खाना खाते हैं) के अनुसार स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद अंकुरित आहार
(स्प्राउट्स) में विटामिन ए, बी, सी, डी, के और क्लोरोफिल भरपूर मात्रा
में पाया जाता है, जो कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन जैसे
मिनरल और सॉल्ट का बेहतर स्रोत है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर फायदेमंद
चीज, हर वक्त एक सा फायदा पहुंचाए।
कच्चे स्प्राउट्स से फूड पॉइजनिंग
कच्चे
स्प्राउट्स में ज्यादातर ई-कोलाई और साल्मोनेला जैसे हानिकारक बैक्टीरिया
होने के कारण फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है। बींस और सीड्स ज्यादातर गर्म
और नम स्थितियों में अंकुरित होते हैं, जो ऐसे बैक्टीरिया के विकास के लिए
एकदम सही है। ज्यादातर लोगों में स्प्राउट्स खाने के बाद दस्त, पेट में
ऐंठन और उल्टी जैसे फूड पॉइजनिंग के लक्षण हो सकते हैं।
पाचने में मुश्किलचिकित्सा
विशेषज्ञों का कहना है कि पके हुए स्प्राउट्स की तुलना में कच्चे
स्प्राउट्स पचाने में मुश्किल होते हैं। शरीर बीज और फलियों के सभी पोषक
तत्वों को कच्चा नहीं डाइजेस्ट कर सकता। स्प्राउट्स को थोड़ा पकाने से पोषक
तत्व शरीर में आसानी से समा जाते हैं। स्प्राउट्स के बैक्टीरिया को मारने
के लिए नमक के पानी में 5-10 मिनट तक उबालें।
किडनी से जुड़ी बीमारियाँज्यादा मात्रा में कच्चा स्प्राउट्स खाने से इसमें मौजूद लिस्टीरिया नामक बैक्टीरिया किडनी पर बुरा असर डाल सकता है।
स्प्राउट्स खाने का सही तरीकापैन
में थोड़ा सा तेल डालें और स्प्राउट्स डालकर थोड़ी देर के लिए भूनें या
फिर नमक के पानी में 5-10 मिनट तक उबालें। इस तरह पका कर खाने से पाचन
तंत्र और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए और भी बेहतर है।
यूँ तो
अंकुरित अनाज खाने के बहुत से फायदे हैं, लेकिन बरसात के दिनों में इनका
सेवन नुकसानदेह हो सकता है। कारण यह है कि बरसात के दिनों में फूड पॉइजनिंग
और पेट खराब होने की समस्या सबसे ज्यादा होती है। पानी और फूड में मौजूद
बैक्टीरिया इन्फेक्शन फैलाते हैं, जिससे पेट खराब होता है। उल्टी और दस्त
जैसी परेशानी बढ़ जाती है जो खतरनाक है।
1. स्प्राउट्स देर तक भिगोए
जाते हैं और उससे भी ज्यादा देर तक इनमें नमी बनी रहती है। ऐसे में इनमें
खतरनाक बैक्टीरिया होने का खतरा बढ़ जाता है।
2. स्प्राउट्स में
फाइबर की मात्रा डायरिया जैसी समस्या का कारण भी बन सकती है जिससे शरीर में
पानी और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
3. स्प्राउट्स को खाने से
पाचन में सुधार, ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हालांकि,
कच्चे स्प्राउट्स खाने को अक्सर फूड पॉइजनिंग के मामलों से जोड़ा जाता है।
4. स्प्राउट्स खाने के 12-72 घंटे बाद दस्त, पेट में ऐंठन और उल्टी जैसे फूड पॉइजनिंग के लक्षण देखे जा सकते हैं।
5.
स्प्राउट्स में विटामिन और खनिज की भरमार होती है, जो इन्हें न्यूट्रिशन
का पावर हाउस बनाते हैं। यह कैलोरी में कम, प्रोटीन, फोलेट, मैग्नीशियम,
फास्फोरस, मैंगनीज और विटामिन सी और के से भरपूर होते हैं।
6. मानसून में स्प्राउट्स खाना चाहते हैं, तो इसे इन्हें अच्छी तरह उबाल कर ताजा रहते ही खाएं, ताकि कोई नुकसान हो।
7. स्प्राउट्स खाने से फूड पॉइजनिंग होती है, पेट में मरोड़, उल्टी, डायरिया जैसे लक्षण 12 से 72 घंटे के बीच नजर आ सकते हैं।
#जानिये, दही जमाने की आसान विधि