जानिए: सावन व्रत के महत्व को...
By: Team Aapkisaheli | Posted: 21 July, 2016
पुण्यफल प्राप्त
वाराणसी
के पंचगंगा घाट के ऊपर मंगली गौरी का सुप्रसिद्ध मंदिर है। पुराणों में तो
यहां तक लिखा है कि मंगला गौरी की परिक्रमा से संपूर्ण पृथ्वी की
प्रदक्षिण करने का पुण्यफल प्राप्त होता है। सावन मास के कृष्ण पक्ष की
तृतीया को पूर्वांचल में कजीलीतीज का पर्व मनाया जाता है।
यह वहां का
प्रसिद्ध लोकोत्सव है। विवाहित बेटियों को इस अवसर पर मायके में आमंत्रित
किया जाता है। इस दिन वे बडे चाव से हाथ-पैरों में मेहंदी लगाती हैं। नए
वस्त्र-आभूषण धारण कर पारंपरिक लोकगीत गाते हुए झूला झूलती है।