अमृत फल आंवला
By: Team Aapkisaheli | Posted: 17 Feb, 2014
आंवला, कसैला, मधुर, शीतल, त्रिदोषनाशक होता है। यह अम्लरस के कारण वात को, मधर व शीतवीर्य के कारण पित्त को और रूक्ष तथा कषाय होनेे के कारण कफ को नष्ट करता है। इसलिए यह त्रिदोषनाशक है। इसके नियमित सेवन से आंखों की रोशनी बढती है।