कैसे बनाएं नववर्ष को यादगार
By: Team Aapkisaheli | Posted: 16 Dec, 2018
लेकिन नवीनता उस रूप में ही सब के द्वारा अपनाने लायक होती है, जिस में
शालीनता हो तथा जिस में सब के भले की भावना हो। कोई भी नया दौर संपूर्ण
सतुष्टि नहीं दे सकता। किसी भी नवीन कल्पना के अच्छे-बुरे दोनों पहलुओं का
होना शाश्वत सत्य है। ये एक दूसरे के पूरक भी होते हैं, किन्तु इन के मध्य
का संतुलन ही समाज में पल्लवित हो सकता है और अपना स्थान बना सकता है।
नववर्ष नई रूचियों को अपना कर भी मनाया जा सकता है। अच्छे नवीन कार्यों का
संकल्प नई स्फूर्ति दे सकता है। सामाजिक सेवा से जुडे कार्यों का आरंभ भी
नया नाम देता है। संबंधों की नई पहल से नया उत्साह जागजा है। उगते सूरज से
स्वास्थ्य की कामना करना भी नववर्ष के आरंभ का सुंदर आधार बन सकता है।
विभिन्न सांस्कृतिक कलाओं का सामूहिक आयोजन जागरूकता और एकता को बढावा देता
है, जो नववर्ष को यादगार भी बना सकता है।
#क्या देखा अपने उर्वशी रौतेला का गॉर्जियास अवतार