मातृत्व का सुख हो दर्द रहित प्रसव
By: Team Aapkisaheli | Posted: 05 Sep, 2016
यह प्रसव की द्वितीय अवस्था है। ये दोनों अवस्थाएं अत्यंत कष्टकारी हैं। कई
ग्रामीण, कम पढीलिखी, मेहनतमजदूरी करने वाली मजबूत महिलाएंयह दर्द आसानी
से सहन कर लेती हैं। परंतु शहरी, पढीलिखी, नाजुक महिलाएं कई बार यह दर्द
सहन नहीं कर पाती और जिद कर के आपरेशन द्वारा प्रसव कराने के लिए
चिकित्सक को मजबूर करने लग जाती हैं।