आलिंगन जब जताना हो रोमांस...
By: Team Aapkisaheli | Posted: 04 Jan, 2014
अपने प्रिय को आलिंग में समेटना यह व्यक्त करना होता है कि तुम जैसे भी हो हर हाल में मुझे स्वीकार हो। यह एक तरह की अभिव्यक्ति ही तो है, जिसमें हम अपने साथी के वजूद को अपने भीतर समेट लेना चाहते हैं। बांहों में भरना ही आलिंगन कहलाता है और प्यार की शुरूआत ही निकट आने के बाद स्पर्श और फिर आलिंगन से होती है।