By: Team Aapkisaheli | Posted: 02 Apr, 2013
अपने प्रिय को बांहों में भरना में समेटना यह व्यक्त करना होता है कि तुम जैसे भी हो हर हाल में मुझे स्वीकार हो। यह एक तरह की अभिव्यक्ति ही तो है, जिस में हम अपने साथी के वजूद को अपने भीतर समेट लेना चाहते हैं, बांहों मे भरना ही आलिंगन कहलाता है और प्यार की शुरूआत ही निकट आने के बाद स्पर्श और फिर आलिंगन से होती है।