चंचलता लाती है खूबसूरती में चार चांद
By: Team Aapkisaheli | Posted: 26 Apr, 2013
असल में जो दूसरों को यह महसूस कराये कि वह स्पेशल है तो वह खुद ही अपना खास स्थान बना लेता है और यह तारीफ करना भी एक कला है। इसमें मक्खनबाजी की गंध न आए। बातचीत में सेंस आफ ह्यूमर यानी हंसी मजाक का पुट होना भी जरूरी है। किसी भी बात को हल्के-फुल्के तरीके से कहें। चाहे बात अच्छी हो या बुरी, मुसकुराहट उसकी हर कमी को ढक लेती है। आपके बोलने के लहजे में समय के अनुसार गंभीरता आये तो ठीक रहेगा।