रिसेप्शनिस्ट में बेहतर कैरियर ऑप्शन व तरक्की के अनेक अवसर
By: Team Aapkisaheli | Posted: 30 May, 2015
अधिक भाषाओं का ज्ञान
देश प्रदेश के लोगों को दूसरे प्रदेश के लोगों से काम पडता रहता है। अत: रिसेप्शनिस्ट को हिन्दी तथा अंग्रेजी के अलावा और भी जितनी अधिक भाषाओं का ज्ञान होगा, उतनी ही उसकी कीमत बढ जाएगी। अगर आगुंतक की भाषा में रिसेप्शनिस्ट बात करे तो आगुंतक की तबीयत खुश हो जाती है तथा वह बात को आसानी से समझ लेता है। भारत में रिसेप्शनिस्ट के लिए हिन्दी तथा क्षेत्रीय भाषा का ज्ञान भी अनिवार्य है। यही कारण है कि ऎसा पाठयक्र म कराने वाले संस्थान प्रवेश के पूर्व अंगे्रजी भाषा के ज्ञान को आवश्यक योग्यता मानते हैं। इस मांग को ध्यान में रखकर नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एण्ड कैटरिंग टेक्नोलॉजी द्वारा देश भर के कु छ चुनिन्दा संस्थानों में रिसेप्शनिस्ट के पाठयक्रम की व्यवस्था की गई है।