यूपी: नए साल में 18000 पीएसी जवानों की भर्ती
By: Team Aapkisaheli | Posted: 23 Dec, 2017
इलाहाबाद। वर्दी की ख्वाहिश रखने वाले युवाओं की तमन्ना नए साल में पूरी
होगी। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार नए साल में युवाओं के लिए पीएसी में
बंपर वैकेंसी लेकर आ रही है। यह भर्ती पीएसी यानी प्रांतीय सशस्त्र पुलिस
के लिये होगी और नये जवानों को अलग-अलग गठित टीमों में जगह दी जायेगी।
मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने इस बाबत घोषणा भी कर दी है और पीएसी की बंद पड़ी
कंपनियों को फिर से शुरू किया जाएगा। दरअसल मौजूदा समय में पीएसी कि लगभग
74 कंपनियां निष्क्रिय है और इसे फिर से चालू करने के लिए कम से कम 18000
नए जवानों की आवश्यकता पड़ेगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड ने
तैयारियां शुरू कर दी है ।नए साल में इसका पहला विज्ञापन जारी होगा।
चुनौतीपूर्ण और साहसिक फोर्स प्रांतीय
सशस्त्र पुलिस वैसे तो संसद भवन से लेकर सीमा पर भी अपनी ड्यूटी देती है।
आतंकी हमलों से लेकर अलगाववादियों से निपटने के लिए इन्हें विशेष तौर पर
प्रशिक्षित किया जाता है। पीएसी की अलग-अलग टीमों बनती हैं और उनकी अलग-अलग
कंपनियां अपने विशेष कार्यों में पूरी तरह पारंगत होती हैं। पीएसी की टीम
को आतंकवाद, अलगाववाद, सीमाओं पर सुरक्षा, अदालत एवं महत्वपूर्ण लोगों की
सुरक्षा, बाढ़ भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा, पर्व एवं त्यौहार व चुनाव में
सुरक्षा के लिए पीएसी के जवानों को जिम्मेदारी दी जाती है ।
इन जगह पर मिलेगी तैनाती अब
जब नई भर्तियां शुरू होगी तो नई तैनाती पहले से चल रही यूनिटों के अलावा
वरीयता के तौर पर एसडीआरएफ यानि स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स में जगह
मिलेगी। मौजूदा समय में इसकी तीन कंपनियां तैयार हो चुकी हैं। जबकि तीन और
नई कंपनियों की आवश्यकता अभी है । इसके अलावा टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में
भी नई भर्तियां के अभ्यार्थियों को तैनाती मिलेगी। यह टीम दुधवा और कालिया
घाट की सुरक्षा में लगेंगे। इसके अलावा आतंकियों और अलगाववादियों से
निपटने के लिए गठित एटीएस यानी एंटी टेररिज्म स्क्वायड और एसटीएफ यानि
स्पेशल टास्क फोर्स की टीम में बतौर
कमांडो शामिल किये जायेंगे। कमांडो बनने के लिए अलग से विशेष ट्रेनिंग और कोर्स चलाया जाता है।
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