रोमांस के बिना अधूरा होता है...
By: Team Aapkisaheli | Posted: 09 Aug, 2014
कहीं प्यार को मोहब्बत तो कहीं इश्क के नाम संबोधित किया जाता है। तीन अक्षरों से बने प्यार को कवियों और शायरों ने फूलों-सी कोमलता, ओस के बंूद की निर्मलता और ईश्वर की सच्चो मन से की जाने वाली प्रार्थना के सामान माना है। प्यार वो परिपूर्ण ता है, जो एक व्यक्ति को जहनी तौर पर ही नहीं बल्कि भौतिक और सामाजिग तौर पर भी खास महसूस कराता है। प्यार आत्मा में बसने वाला पवित्र भाव है।