जोडियां बनती हैं स्वर्ग में...
By: Team Aapkisaheli | Posted: 17 Mar, 2018
वैवाहिक जिंदगी के जिस हिस्से को नजरअंदाज करेंगे वह गायब हो जाएगा विशेषकर
रोमांस। अधिकतर जोडों के बारे में सच यही है कि वे रोमांटिक रिलेशन से
उतना ही आनंद ले पाते हैं जितना उस पर ध्यान देते हैं। सुपर लव इस पर भी
निर्भर है कि समय के साथ 2 व्यक्तियों के बदच जो कामुक चक्र विकसित होता
है, उसे स्वीकार कर लिया जाए। मसलन, प्रत्येक शनिवार को रोमांस में लिप्त
होना बोरियत की निशानी नहीं है, बल्कि जो साझा कामुक चक्र विकसित हुआ है उस
का लाभ उठाना है। यहचक्र उस समय विकसित होता है जब साथियों में एकदूसरे से
तालमेल बैठ जाता है। जीवन में हर चीज चक्र की तहर घूमती है और सुपर रोमांस
नतीजा है इन चक्रों को सीखने का, जागरूक होने का, आपस में कम्यूनिकेट करने
और बदालव लाने का।
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