मेनोपौज के बाद महिलाओं की सेक्स में दिलचस्पी कम
By: Team Aapkisaheli | Posted: 09 Apr, 2014
हारमोन थेरैपी का प्रयोग
60 के दशक में चिकित्सा विज्ञान ऎस्ट्रोजन को यौवन का रहस्य बताया था। मार्केट में ऎसी दवाएं आ रही हैं, जो ऎस्ट्रोजन का स्त्राव फिर से शुरू कर देती हैं। ऎस्ट्रोजन के साथ प्रोजैस्टेरान नामक हारमोन का ेजोड कर हारमोन थेरैपी शुरू की गई। इस के प्रयोग से महिलाओं को गर्भाशय का कैंसर नहीं होता है। स्तन कैंसर का भी जोखिम नहीं रहता है। ऎस्ट्रोजन के स्त्राव के कारण सेक्स में आनंद भी भरपूर आता है।